सिसवा बाजार : श्याम प्रभु का जन्मोत्सव लखदाता दरबार में श्रद्धा और भक्ति का अद्भुत संगम,भजन गायक शिबू केडिया ने बांधा समां, ‘क्यों घबराऊं मैं’ पर झूमे श्रद्धालु

सिसवा बाजार

महराजगंज जनपद सिसवा बाजार नगर पालिका परिषद के श्याम मंदिर स्थित लखदाता दरबार में शुक्रवार की रात श्रद्धा और भक्ति का अद्भुत संगम देखने को मिला।पूरी जानकारी के लिए पढ़िए वाॅइस ऑफ़ न्यूज 24 की खास रिपोर्ट

महराजगंज जनपद सिसवा बाजार नगर पालिका परिषद के श्याम मंदिर स्थित लखदाता दरबार में शुक्रवार की रात श्रद्धा और भक्ति का अद्भुत संगम देखने को मिला। अवसर था श्याम प्रभु के जन्मोत्सव का, जिसे नगरवासियों ने बड़े ही हर्षोल्लास और श्रद्धा भाव के साथ मनाया।

भक्ति के रंग में डूबा दरबार

जन्मदिन के उपलक्ष्य में लखदाता दरबार को रंग-बिरंगी रोशनी और फूलों से भव्य रूप से सजाया गया था। शाम को आरती और पूजा-अर्चना के साथ कार्यक्रम की शुरुआत हुई, जिसके बाद भजनों की एक से बढ़कर एक प्रस्तुति ने माहौल को पूरी तरह भक्तिमय बना दिया।

कार्यक्रम का विशेष आकर्षण रहे लोकप्रिय भजन गायक शिबू केडिया, जिन्होंने अपने प्रसिद्ध भजन “क्यों घबराऊं मैं, मेरा तो श्याम से नाता है” प्रस्तुत कर महफिल में चार चांद लगा दिए। उनके भजनों पर दर्शक भावविभोर होकर नाचते और झूमते नजर आए।

स्थानीय कलाकारों ने भी अपने मधुर स्वरों से ऐसा समां बांधा कि श्रद्धालु देर रात तक झूमते रहे। इस दौरान भक्तों ने उत्साहपूर्वक ‘जय श्री श्याम’ के जयकारे लगाए, जिससे पूरा दरबार गुंजायमान हो उठा।

श्रद्धालुओं का हुजूम

देर रात तक चले इस भव्य आयोजन में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ रही। कार्यक्रम में नगर के प्रमुख नागरिकों, व्यापारी वर्ग तथा दूर-दराज से आए भक्तों ने हिस्सा लिया। आयोजन समिति ने भक्तों के लिए प्रसाद और भंडारे की भी व्यवस्था की थी, जिससे हर आगंतुक के चेहरे पर संतोष और भक्ति की झलक दिखाई दी।

आयोजन के अंत में लखदाता दरबार के पुजारी ने भगवान श्याम प्रभु की आरती उतारी और सभी को आशीर्वाद दिया।

आभार व्यक्त

कार्यक्रम के दौरान आए हुए सभी भक्तों का योजक मंडल के दीपक मद्धेशिया ने आभार व्यक्त किया। यह रात सचमुच भक्ति, संगीत और उल्लास की ऐसी अविस्मरणीय याद बन गई, जिसे उपस्थित श्रद्धालु लंबे समय तक याद रखेंगे।

 

Voice Of News 24 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *