मेरठ में ‘अर्धांगिनी’ का अद्भुत फर्ज: पत्नी ने पहले दी किडनी, फिर मनाया करवाचौथ

मेरठ

मेरठ जनपद में रहने वाली पुष्पा नाम की एक महिला ने करवाचौथ के व्रत की सही परिभाषा को चरितार्थ करते हुए त्याग और समर्पण की अनूठी मिसाल पेश की है। पूरी जानकारी के लिए पढ़िए वाॅयस ऑफ़ न्यूज 24 की खास रिपोर्ट।

मेरठ जनपद में रहने वाली पुष्पा नाम की एक महिला ने करवाचौथ के व्रत की सही परिभाषा को चरितार्थ करते हुए त्याग और समर्पण की अनूठी मिसाल पेश की है। विवाह के 23वें वर्ष में, जब उनके पति राजेश कुमार शर्मा (49) की दोनों किडनियां फेल हो गईं, तो पत्नी ने खुद उन्हें अपनी किडनी डोनेट कर जीवनदान दिया। ऑपरेशन के बाद, करवाचौथ के दिन उन्होंने निर्जला व्रत रखकर पति की लंबी आयु की कामना की।

2024 में हुआ था बीमारी का खुलासा
बुलंदशहर के पोंडली गांव के रहने वाले राजेश कुमार शर्मा, जिनका मेरठ के आवास विकास-2 में भी मकान है, ने बताया कि नवंबर 2024 में उन्हें अचानक तेज दर्द हुआ। जांच में पता चला कि उनकी दोनों किडनियां फेल हो चुकी हैं, और ट्रांसप्लांट ही एकमात्र विकल्प बचा था।

परिवार ने मेरठ से लेकर गाजियाबाद तक डोनर की तलाश की, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली। ऐसे में, पत्नी पुष्पा ने खुद अपनी किडनी डोनेट करने का साहसिक फैसला लिया।

पति के मना करने पर भी नहीं मानी पत्नी
राजेश ने स्वास्थ्य जोखिमों को देखते हुए शुरुआत में अपनी पत्नी को किडनी दान करने से मना किया, लेकिन पुष्पा अपने फैसले पर अटल रहीं और उन्होंने अर्धांगिनी का फर्ज निभाने की ठान ली।

सभी आवश्यक जांचें पूरी होने के बाद, 24 सितंबर को न्यूटिमा अस्पताल में किडनी प्रत्यारोपण (Kidney Transplant) सफलतापूर्वक किया गया। डॉक्टरों की टीम में डॉ. संदीप गर्ग, डॉ. सलीन शर्मा, डॉ. सरीन चंद्र गर्ग और डॉ. अवनीत राणा शामिल थे।

पुष्पा के इस कदम ने यह साबित कर दिया कि वैवाहिक बंधन में पति की लंबी आयु की कामना केवल व्रत तक ही सीमित नहीं है, बल्कि उसके लिए जीवनदान देने का जज़्बा रखना ही सच्ची ‘अर्धांगिनी’ का धर्म है।

 

Voice Of News24

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *