सिद्धार्थनगर: डीएम ने राजस्व वसूली और लंबित वादों पर जताई सख्ती,अधिकारियों को दिया अल्टीमेटम

सिद्धार्थनगर

सिद्धार्थनगर जनपद के जिलाधिकारी डॉ. राजागणपति आर की अध्यक्षता में आज सोमवार शाम को कलेक्ट्रेट सभागार में राजस्व वादों और वसूली की विस्तृत समीक्षा बैठक आयोजित की गई।पूरी जानकारी के लिए पढ़िए वाॅइस ऑफ़ न्यूज 24 की खास रिपोर्ट 

सिद्धार्थनगर जनपद के जिलाधिकारी डॉ. राजागणपति आर की अध्यक्षता में आज सोमवार शाम को कलेक्ट्रेट सभागार में राजस्व वादों और वसूली की विस्तृत समीक्षा बैठक आयोजित की गई। इस दौरान डीएम ने राजस्व कार्यों में लापरवाही पर सख्त नाराजगी व्यक्त की और अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए।

जानकारी के अनुसार बताते चले की डीएम डॉ. राजागणपति ने निर्विवाद वरासत के किसी भी मामले को लंबित न रखने और सभी राजस्व वादों का समय-सीमा के भीतर निस्तारण सुनिश्चित करने का कड़ा निर्देश दिया। उन्होंने खासतौर पर 3 वर्ष से अधिक पुराने सभी प्रकरणों का तत्काल निस्तारण करने का अल्टीमेटम दिया। डीएम ने चेतावनी दी कि यदि लापरवाही पाई जाती है, तो संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।

जिलाधिकारी के प्रमुख निर्देश

ऑनलाइन फीडिंग वादों की ऑनलाइन फीडिंग समय पर पूरी की जाए।

स्वयं समीक्षा: सभी उपजिलाधिकारी (SDM) अपनी रिपोर्ट की स्वयं जांच करें और हर शुक्रवार को अधीनस्थ कर्मचारियों के साथ समीक्षा बैठक करें।

भूमि संबंधी कार्य: अंश निर्धारण में प्रगति लाई जाए, हाट-पैठ के लिए भूमि चिन्हित की जाए, खुर्रा बटवारे के प्रकरणों का निस्तारण हो।

अतिक्रमण: सरकारी भूमि को अतिक्रमण मुक्त कराकर उस पर पत्थर लगवाने का कार्य सुनिश्चित किया जाए।

राजस्व वसूली: राजस्व वसूली के लक्ष्य को बढ़ाकर पूर्ण किया जाए।

शिकायत निवारण: आईजीआरएस (IGRS) प्रकरणों का गुणवत्तापूर्ण निस्तारण सुनिश्चित हो।

खाद निरीक्षण: सभी उपजिलाधिकारी नियमित रूप से खाद की दुकानों का निरीक्षण करें।

जिलाधिकारी ने स्पष्ट कर दिया है कि राजस्व कार्यों में अब किसी भी प्रकार की ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

 

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